राजस्थान गाँधी सदभावना सम्मान 2022, Full Detail :

राजस्थान गाँधी सदभावना सम्मान 2022 : 02/10/2022 गाँधी जयंती के अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा गाँधी सद्धभावना सम्मान की शुरुआत की गई। इस अवसर पर गाँधी जी की विचारधारा पर चलते हुए समाज की सेवा करने वाले पांच गाँधीवादी विचारको को सम्मानित किया गया | जयपुर में हुए इस सम्मान समारोह के अवसर पर सम्मान स्वरूप प्रशस्ति पत्र, समृति चिन्ह एंव सम्मान राशि प्रदान की गयी |

निम्न पांच प्रमुख गाँधीवादी विचारको को सद्धभावना सम्मान दिया गया

स्व.डॉ. एस. एन.सुब्बा राव

श्री अमरनाथ भाई

श्री कुमार प्रशांत

स्व. श्री नेमीचंद्र जैन ‘भावुक’

डॉ.डी.आर. मेहता

श्री अमरनाथ भाई

Rajasthan Gandhi Sadhbhawna Award 2022, Full Detail

स्व.डॉ. एस. एन.सुब्बा राव

डॉ.एस.एन.सुब्बाराव

डॉ.एस.एन.सुब्बाराव का जन्म 7 फरवरी, 1979 को बेंगलुरु में हुआथा। डॉ.सुब्बाराव ने गांधीवादी तरीकों से भारत के स्वाधीनता आंदोलन में बढ़-चढ़कर योगदान दिया। डॉ.सुब्बाराव ने महात्मा गांधी सेवा आश्रम की स्थापना की। उन्होंनेवर्ष 1993 से 1995 तक सद्भावना रेल यात्रा प्रारंभ कर 21 राज्यों की यात्रा की और राष्ट्रीय एकता एवं साम्प्रदायिक सदभाव का संदेशप्रसारित किया।

श्री अमरनाथ भाई

श्री अमरनाथ भाई

 1जुलाई, 1933 को जन्मे प्रसिद्ध गांधीवादी विचारक श्री अमरनाथ भाई छात्र जीवन में ही विनोबाजी के भूदान,ग्रामदान,ग्राम स्वराजएवं सर्वोदय आंदोलन से प्रभावित होकर उन्होंने स्नातक की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और आंदोलन में शामिल हो गए। देश में साम्प्रदायिक दंगों के समय शांति और सदभाव की स्थापना में उनकी अहम भूमिका रही। गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से समाज में विभिन्न वर्गों को गांधीजीके सिद्धांतों से परिचिति करा रहे हैं।

डॉ.डी.आर. मेहता

डॉ.डी.आर. मेहता

जोधपुर में 25 जून, 1937 को जन्मे भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पूर्व अध्यक्ष डॉ. डी.आर. मेहता एक प्रख्यात समाजसेवी हैं। श्री मेहता को समाज सेवा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान देने पर पद्मभूषण, राजीव गांधी सद्भावना पुरस्कार सहित अनेक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

स्व. श्री नेमीचंद्र जैन ‘भावुक’

श्री नेमीचंद्र जैन भावुक

प्रख्यात गांधीवादी श्री नेमीचंद्र जैन भावुक का जन्म 25 जलार्ड, 1928 को जोधपुर में हुआ।स्व.जैन स्वतंत्रता संग्राम की वानर सेना के सदस्य रहे और भूदान आंदोलन में महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई। उन्होंने 1956 में गांधी अध्ययन केंद्र की स्थापना की और सर्वोदय विचार परीक्षाओं का आयोजन किया। वे अंतिम समय तक बापू के सिद्धांतों कोजन-जन तक पहुंचाने में जुटे रहे।

श्री कुमार प्रशांत

श्री कुमार प्रशांत

28 अप्रैल 1951 को जन्मे श्री कुमार प्रशांत गांधी शांति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय युवा संगठन जैसा गांधीवादी संगठन स्थापित करने में अहम योगदान दिया। यह संगठन साम्प्रदायिक सौहार्द एवं सदभावना की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। श्रीकुमार प्रशांत धर्मयुगऔर नवनीत जैसे प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं के सम्पादक रहे हैं और ख्यातिप्राप्त कवि एवं लेखक हैं। आपद्वारा गांधी मार्ग पत्रिका एवं गांधी दर्शन शिविरों के माध्यम से भी गांधी जी के विचारों का प्रचार-प्रसार किया जारहा है।

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